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गुरुवार, 23 जनवरी 2014

मूक आवाज़ - अंक 4, वोल्यूम 1 विषयानुक्रम



मूक आवाज शोध जॉर्नल (ISSN 2320-835X½
https://sites.google.com/site/mookaawazhindijournal/
वर्ष -1                                  अंक -4      अक्टूबर-दिसंबर 2013
क्रम संख्या                                                      आलेख एंव लेखक

संपादकीय : औपनिवेशिक और हिंदू ज्ञानमीमांसा में आदिवासी – प्रमोद मीणा

1.  नायक गढ़ने वाला एक महानायक: ओमप्रकाश वाल्मीकि’ - जयप्रकाश कर्दम
2. लेखकों की इमेज से टकराता लेखक - वैभव सिंह
3.  विज्ञापनों में देश  -  आशुतोष पार्थेश्वर
4.  हानूश’ -  कला और वर्चस्व की राजनीति - ऋतु
5इक्कीसवीं सदी के प्रथम दशक के हिन्दी उपन्यासों में  व्यक्ति के मानसिक तनाव, उलझनें और 
  समाजजमुना सुखाम
6जातीय भाषाओं का ताना-बाना - डा. रामबिनोद रे
7.  डा. रामविलास शर्मा का भाषाशास्त्रीय चिंतन : भारतीय भाषा वैज्ञानिकों के गले की हड्डी - आनन्द बिहारी
8.  मलयालम का आदिवासी साहित्य : चुनौतियां और राहें - रम्या बालन के.
9राग दरबारी में स्त्री पात्रों की स्थितिआशुतोष शुक्ल
10. राष्ट्रीय आंदोलन में स्त्रियों की भागीदारी : स्वरूप और दृष्टिटकोण - रूपम
11. मीडिया का अर्थशास्त्र-समाजशास्त्र - मोबिन जहोरोद्दीन
12. लोकप्रिय साहित्य, कितना साहित्यिक? - पुखराज जागिड़

संपादकीय विभाग


 

सम्पादक

प्रमोद मीणा
सहायक प्रवक्ता
हिंदी विभाग
पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय

पांडिच्चेरी  - 605014

सह सम्पादक

जयराम कुमार पासवान
शोधार्थी, हिंदी विभाग
पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय, 

पांडिच्चेरी  - 605014

 

 

 

प्रवीण बसंती
शोधार्थी, हिंदी विभाग
पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय, 

पांडिच्चेरी  - 605014

 

सुरेश कुमार
शोधार्थी, हिंदी विभाग
लखनऊ विश्वविद्यालय
लखनऊ
226024







संपादकीय कार्यालय –
मूक आवाज शोध जार्नल
हिंदी विभाग] पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय
पांडिचेरी-605014
दूरभाष – 09344008481
- 09042442478
ईमेल - mookaawazhindi@gmail.com
pramod.du.raj@gmail.com

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